उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव (Uttar Pradesh Panchayat Chunav-2021) को लेकर जैसे-जैसे सरगर्मियां तेज हो रही हैं, सभी राजनीतिक दल भी अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। एक ओर जहां शिवसेना जैसी पार्टी यूपी पंचायत चुनाव में ताल ठोकने की घोषणा कर चुकी है, तो वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने भी चुनावों के लिए प्रदेश में प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी गांव में किसान आंदोलन के समर्थन में चौपाल कार्यक्रम के माध्यम से पार्टी के नेताओं को गांव में रहने की हिदायत दे रखी है

यूपी के पंचायतीराज मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने भी चुनाव की तारीखों को लेकर संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से अप्रैल के पहले सप्ताह के बीच यूपी में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव (Panchayat chunav-2021) करवा लिए जाएंगे। पंचायतीराज विभाग इसी समय सीमा के आधार पर अपनी तैयारी कर रहा है। वहीं इससे पहले ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म होने के चलते फरवरी-मार्च में चुनाव होने की उम्मीद जताई जा रही थी। इसके साथ ही सरकार ने भी यह संकेत दिए थे कि पंचायत चुनाव बोर्ड परीक्षा से पहले करा लिये जाएंगे। जानकारी क मुताबिक आगामी 14 जनवरी को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा एक अहम बैठक भी लेने वाले हैं। जिसमें वह बोर्ड परीक्षा की तारीखों को लेकर कुछ फैसला भी कर सकते है।
पंचायत चुनाव समय से कराना सरकार की प्राथमिकता है। अनुमान है कि चुनाव मार्च के अंतिम सप्ताह या अप्रैल के शुरुआती सप्ताह में हो जाएंगे। आगे 21-21 दिन की अधिसूचना पर जिला पंचायतों के अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायतों के प्रमुखों का चुनाव संपन्न होगा: UP के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह pic.twitter.com/hf3s6XN1QW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 5, 2021
पंचायत चुनाव समय से कराना सरकार की प्राथमिकता है। अनुमान है कि चुनाव मार्च के अंतिम सप्ताह या अप्रैल के शुरुआती सप्ताह में हो जाएंगे। आगे 21-21 दिन की अधिसूचना पर जिला पंचायतों के अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायतों के प्रमुखों का चुनाव संपन्न होगा: UP के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह