गोरखपुर के हृदय स्थली गोलघर में स्थित काली मंदिर की अपनी महिमा अपरम्पार है।।रेलवे स्टेशन से मात्र डेढ़ किलोमीटर पर स्थित कालीमंदिर शहर के नामचीन व मशहूर मंदिरों में से एक है।।इसकी महिमा दूर-दूर तक फैली है।।ऐसी मान्यता है कि यहां मांगी हर मुराद पूरी हो जाती है इसलिए नवरात्र के दिनों में माँ के दर्शन हेतु भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लग जाती है।।यही कारण रहा दो दिन पहले अभिनेता व सांसद रविकिशन भी गोलघर कालीमंदिर पहुचे और माँ का आशीर्वाद लिया और मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम माई का धन्यवाद करने आए है जिनकी वजह से मैं।भारी बहुमत से चुनाव जीते।।
बताया जाता है कि जब रेलवे स्टेशन से लेकर गोलघर का पूरा क्षेत्र जंगल हुआ करता था तो गोलघर स्थित मंदिर में पहले जमीन से माँ की मूर्ति निकली थी।। बाद में वहाँ पर काली माँ की बड़ी मूर्ति लगाई गई।।पर मूर्ति के सामने अगर नीचे देखे तो काली मां का चेहरा आज भी वैसा ही है, जैसा जमीन से निकला था।।जमीन से निकली मूर्ति की पूजा हेतु लोग इकट्ठा हो गए और श्रद्धा जुड़ती गई।।धीरे-धीरे श्रद्धालुयों की मुरादे पूरी होती गई और आस्था का केंद्र बनता गया।।इसकी चर्चा दूर-दूर तक होने लगी तो 1948 में यहां मंदिर निर्माण कराया गया।।
अब वहां प्रतिदिन पूजा पाठ होती है और सैकड़ो श्रद्धालुओ प्रतिदिन आते है ।।वही नवरात्र के दिनों में हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ लगती है सुबह से ही कतार लगनी शुरू हो जाती है।।