गोरखपुर। भारतीय राष्ट्रीय मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्यमन्त्री डॉ के सी पाण्डेय ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर प्रदेश सरकार ने गीडा उद्योग में स्थापित उद्योगों में श्रम कानून और फैक्ट्री ऐक्ट का पालन कराने के साथ ही प्रदूषण संयन्त्रों का प्रत्येक उद्योग में सही संचालन नही कराया तो मजदूर महासंघ प्रत्येक उद्योग में ताला लगाने को बाध्य होगा।
डॉ पाण्डेय ने कहा कि जिन किसानों की जमीन गीडा उद्योग की स्थापना में अधिगृहित की गई थी उन भूस्वामियों के परिवार के एक व्यक्ति को उसकी योग्यता के मुताबिक गीडा उद्योग में नौकरी देने का वादा किया गया था, लेकिन जमीन भी ले ली गई और ऐसे परिवार के नौजवान मारे-मारे फिर रहे है। आज स्थिति यह है कि गीडा में प्रदूषण संयन्त्रों के काम न करने के कारण आमी-कुआनो-राप्ती-रोहिन जैसी नदिया दम तोड़ रही है और अगर पशु भी उक्त पानी का इस्तेमाल करले तो गम्भीर बीमारी का शिकार होकर दम तोड़ दे रहे है।उक्त नदियों का पानी विषैला हो गया है और नदिया नाले में परिवर्तित हो गई है।
डॉ पाण्डेय आज गीडा में आयोजित मजदूरों की महत्वपूर्ण सभा को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने आगे कहा कि ऐसे-ऐसे मसाले बन रहे है, जिसमे छिपकली-धतूरा जैसी जहरीली वस्तुओं का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है, लेकिन प्रशासन आंखे मुद्दे बैठा है।अब व्यापक जनांदोलन का समय आ गया है। बैठक की अध्यक्षता पंकज चतुर्वेदी और संचालन सुरेश शुक्ला ने किया तथा प्रशान्त पाण्डेय ने अंत मे आभार व्यक्त किया।