
बलिया के पत्रकार रतन सिंह की हत्याकांड के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के संज्ञान लेने के बाद कार्रवाई और जांच तेज हो गई है। फेफना थानाध्यक्ष के निलंबन के बाद पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार एक उप निरीक्षक एवं तीन आरक्षियों को लाइन हाजिर कर दिया। लाइन हाजिर होने वालों में फेफना के उप निरीक्षक सुरेश कुमार, आरक्षी पुनित चौरसिया, दीनानाथ, राजीव कुमार मिश्रा हैं। जिन्हें प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए एसपी ने लाइन हाजिर कर पुलिस लाइन से संबद्घ कर दिया है। सोमवार रात पट्टीदारों ने पत्रकार रतन सिंह को धोखे से प्रधान के घर पर बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। उधर, जिले के पत्रकार बुधवार को बलिया आए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत से मिले। मंडलायुक्त ने हत्याकांड की निष्पक्ष जांच व शेष अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी को तत्काल संविदा के आधार पर नौकरी दी जाएगी।
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष अनूप कुमार हेमकर की अगुवाई में पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्त को पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता, उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी, शेष आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी तथा मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।मंडलायुक्त ने कहा कि पत्रकार की पत्नी को शीघ्र संविदा के आधार पर सेवायोजित किया जाएगा। वे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षक से बातचीत करेंगे। एक करोड़ रुपए की सहायता के लिए ज्ञापन प्रदेश शासन को भेजा जाएगा।