
नई दिल्ली: बेंगलुरु के बिजनेसमैन ने अपनी मन्नत पूरी होने के बाद केरल के एक मंदिर को 700 करोड़ रुपये का दान देने जा रहा है| बेंगलुरु के एक बिजनेसमैन गणेश श्रवण स्वामी ने बताया कि 2 साल पहले मेरे बिजनेस पर संकट आ गया, मैं बहुत परेशान था. तभी मैंने कोच्चि के चोट्टानिक्कारा मंदिर में हर महीने आना शुरू किया. धीरे-धीरे सब ठीक हो गया, बल्कि मेरा बिजनेस मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़ गया|advhttps://googleads.g.doubleclick.net/pagead/ads?guci=2.2.0.0.2.2.0.0&client=ca-pub-6950632571590718&output=html&h=50&slotname=6859110796&adk=2067825556&adf=3830858986&pi=t.ma~as.6859110796&w=320&lmt=1605840860&tp=site_kit&psa=1&format=320×50&url=https%3A%2F%2Fallahabadkhabar.com%2Fbusinessman-ganesh-shravan-donate-700-crore-rupees-to-chottanikkara-temple-of-kerala%2F&flash=0&wgl=1&adsid=NT&tt_state=W3siaXNzdWVyT3JpZ2luIjoiaHR0cHM6Ly9hZHNlcnZpY2UuZ29vZ2xlLmNvbSIsInN0YXRlIjowfSx7Imlzc3Vlck9yaWdpbiI6Imh0dHBzOi8vYXR0ZXN0YXRpb24uYW5kcm9pZC5jb20iLCJzdGF0ZSI6MH1d&dt=1605852185079&bpp=6&bdt=1831&idt=3617&shv=r20201112&cbv=r20190131&ptt=9&saldr=aa&abxe=1&cookie=ID%3De7346ce1699c442e-22c4fcb72ac400e7%3AT%3D1603033878%3ART%3D1603033878%3AS%3DALNI_MYponbXWNDi9-QROB-Ma_8VdIN3aQ&prev_fmts=0x0%2C320x250%2C360x300%2C320x50%2C300x250&nras=1&correlator=6800477181454&frm=20&pv=1&ga_vid=982999782.1603033877&ga_sid=1605852187&ga_hid=1801001280&ga_fc=0&iag=0&icsg=248763040464883&dssz=44&mdo=0&mso=0&u_tz=330&u_his=1&u_java=0&u_h=760&u_w=360&u_ah=760&u_aw=360&u_cd=24&u_nplug=0&u_nmime=0&adx=20&ady=1286&biw=360&bih=638&scr_x=0&scr_y=910&eid=21068083%2C21066705%2C21066973&oid=3&pvsid=629366903172086&pem=967&ref=http%3A%2F%2Fm.facebook.com%2F&rx=0&eae=0&fc=1920&brdim=0%2C0%2C0%2C0%2C360%2C0%2C360%2C638%2C360%2C638&vis=1&rsz=%7C%7CoeE%7C&abl=CS&pfx=0&cms=2&fu=8192&bc=31&ifi=3&uci=a!3&fsb=1&xpc=Elhl2yplBf&p=https%3A//allahabadkhabar.com&dtd=3655
अब उन्होंने इस मंदिर के रेनोवेशन के लिए 700 करोड़ रुपये की भारी राशि दान करने और इसे एक अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थल में बदलने की योजना बनाई है|
मंदिर के लिए कराएंगे ये काम
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए जरूरी कागजी कार्रवाई और प्रारंभिक औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं| इसके तहत 2 गोपुरम की साज-सज्जा, तीर्थयात्रियों के लिए सातवां गेस्ट हाउस, गर्भगृह की छत पर सोना के कवर चढ़ाना और देवी चोट्टानिक्कारा अम्मा का मूल निवास माने जाने वाले ओंकुट्टी चीरा का रेनोवेशन शामिल है| मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि दान को लेकर पिछले एक साल से बातचीत चल रही है.
वहीं देवस्वामी बोर्ड ने कहा है कि वे भक्त द्वारा दिए गए दान का इस्तेमाल करने के लिए हाई कोर्ट से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं|