‘जी उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड’ की रीलॉन्चिंग पर संपादक दिलीप तिवारी से खास बातचीत में CM योगी ने कई सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. एनकाउंटर मैन की संज्ञा दिए जाने पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ”मैं एनकाउंटर मैन नहीं, सामान्य योगी हूं. लेकिन जो कानून से खिलवाड़ करेगा उसके सामने संकट आएगा. उन्होंने दो टूक शब्दों कहा कि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा हर शख्स को दी जाएगी, लेकिन कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं देंगे. जो कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने का दुस्साहस करेगा उसे इसकी कीमत भी चुकानी पड़ेगी.”
‘कानून का सम्मान करें, वरना संकट आएगा’
विकास दुबे कांड के बाद दहशत में आए अपराधियों को लेकर सीएम योगी ने कहा कि कानून का राज हर हाल में होना चाहिए, इसमें सबकी भलाई है. संविधान और कानून का सम्मान करें, वरना संकट आएगा. सीएम योगी ने साफ किया है कि उत्तर प्रदेश में किसी को भयभीत होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि कानून के सम्मान के साथ-साथ एक-दूसरे की भावना का सम्मान करते हुए देश और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें.
पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा, ”पिछली सरकारों में उत्तर प्रदेश की जनता से खिलवाड़ हुआ. सत्ता में काबिज लोगों ने अपराधियों और माफियाओं को संरक्षण दिया. प्रदेश की जनता को पहले सुरक्षा नहीं मिलती थी, लेकिन अपराधी और माफिया सुरक्षा लेकर चलते थे. किसी भी संपत्ति को कब्जा लेते थे.”
योगी सरकार में माफियाओं को 10 बार सोचना पड़ेगा
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि 2017 में सरकार आने पर 54 हजार एकड़ की जमीन को माफियाओं के कब्जे से मुक्त करवाया, जो उत्तर प्रदेश सरकार की या फिर जनता की जमीन थी. पहले माफियाओं को जहां प्राइम लैंड दिखता था, उसे कब्जा लिया जाता था. बिल्डिंग खड़ी कर खुलेआम कई तरह के अवैध कारोबार होते थे और सरकार उन्हें संरक्षण देती थी. लेकिन हमारी सरकार उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा करने आई है, किसी अपराधी या माफिया को संरक्षण देने के लिए नहीं. हमारी सरकार में गरीब, उद्योगपति और सरकारी जमीन को कब्जाने से पहले माफियाओं को दस बार सोचना पड़ेगा.
आजम खान पर सरकार नहीं कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई’
आजम खान के बदले की भावना से कार्रवाई करने के आरोपों पर सीएम योगी ने कहा कि सपा सांसद को सरकार ने नहीं बल्कि कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार किया गया है. उन पर अपने बेटे के फर्जी प्रमाण पत्र देने के आरोप हैं, इसके अलावा सत्ता में रहते हुए उनके द्वारा किए गए गलत काम भी अब सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से कार्रवाई हुई है. सपा सांसद ने तो रामपुर में दलित और मुस्लिमों की जमीन तक को कब्जा रखा था.