2002 का चुनाव था उत्तर प्रदेश की राजनीति के धनुरधारी कहे जाने शिवप्रताप शुक्ल के खिलाफ शहर के प्रतिष्टित डाक्टर राधामोहन दास अग्रवाल लड़े और शिवप्रताप शुक्ल को पटक तब से लेकर अब तक विधानसभा में अपनी जगह बनाये हुए है।। उनके चार कार्यकाल में उनके कार्य उत्तम रहे।। अधिकारी उनसे नरम ही रहते है पर 2017 के प्रचण्ड बहुमत में उनकी खुद की पार्टी की सरकार आयी तब से उनके व अधिकारियों में जबरदस्त भिड़ंत रहती है।

ताजा मामला जहां विधायक राधा मोहनदास अग्रवाल व सांसद रवि किशन शुक्ल आमने सामने हो गए है और इसका कारण बने है पीडब्लूडी के एक सहायक अभियंता।। दरअसल मामला देवरिया रोड का है जहां एक नाले निर्माण हो जाने पर उत्तर में तरफ बसे कई मोहल्ले जलजमाव की स्थिति हो गयी है।।जिसकी शिकायत गोरखपुर नगर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने उपमख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से की शिकायत को आधार मान तत्काल पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता को हटा उन्हें लखनऊ अटैच कर दिया।।
जिसके तुरन्त बाद सदर सांसद रवि किशन ने केशव प्रसाद मौर्य को पत्र लिख बताया की मौजूदा सहायक अभियंता को देवरिया फोर लेन की पूरी जानकारी है । उनके हटने से सड़क निर्माण कार्य प्रभावित होगा । इस सबसे एक ही पार्टी के दो नेताओ के बीच तलवार खिंचती नजर आ रही।।वैसे नगर विधायक राधा मोहन की नजर शहर के हर कार्य पर पैनी नजर छोटे अधिकारी तो अधिकारी उन्होंने तो अपर मुख्य सचिव व डीजीपी तक से दो दो हाथ कर चुके है ।