अयोध्या. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) शनिवार सुबह 10:30 बजे अयोध्या मामले (Ayodhya Case) में फैसला सुनाएगी. वहीं, यूपी सरकार ने अयोध्या जमीन विवाद (Ayodhya Land Dispute) के फैसले के मद्देनजर अयोध्या समेत पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. सीएम योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) ने फैसले को लेकर लोगों से अमन-चैन बनाए रखने की अपील की. हालांकि, एक वक्त था जब वो मंदिर को लेकर तल्ख बयान देते थे. वो इस मामले में सबसे मुखर रहने वाले संतों में गिने जाते थे. सिर्फ आदित्यनाथ ही क्यों गोरखनाथ मठ (Gorakhnath Math) की तीन पीढ़ियां राम मंदिर (Ram Mandir) आंदोलन से जुड़ी रही हैं.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जिस गोरखनाथ मठ के महंत हैं, उसी से अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत हुई थी. योगी के गुरु महंत अवैद्यनाथ और अवैद्यनाथ के गुरु महंत दिग्विजय नाथ का इस आंदोलन में खास योगदान रहा है. दिग्विजय नाथ के निधन के बाद उनके शिष्य ने आंदोलन को आगे बढ़ाया. वे श्रीराम जन्म भूमि मुक्ति यज्ञ समिति के आजीवन अध्यक्ष रहे.
‘राम मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं…जीवन का मिशन है!’
आदित्यनाथ भी इस आंदोलन को मुखरता प्रदान करते रहे हैं. वो कहते रहे हैं कि ‘राम मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं…मेरे लिए जीवन का मिशन है’. सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद मंदिर मामले पर योगी के बयान जो भी हों लेकिन वे अपने गुरु की तरह ही विवादित स्थल पर राम मंदिर बनाए जाने के धुर समर्थक रहे हैं.